राष्ट्रीय बागवानी मिशन कार्यक्रम केंद्र द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम है, जिसे मई 2005 में प्रारंभ किया गया था। इस कार्यक्रम के अंतर्गतबागवानी उत्पादों के उत्पादन, फसल परवर्ती प्रबंधन और विपणन मामलों को शामिल किया जाता है। इस मिशन के तहत् निम्नलिखित मुद्दों पर बल दिया गया है-
- कलम बैंक स्थापित करने सहित पर्याप्त गुणवत्ता वाले पौधों का उत्पादन और आपूर्ति की क्षमता बढ़ाना।
- अच्छी खेती के लिए फसल की पैदावार बढ़ाना।
- बागवानी फसलों का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाना।
- मूलभूत ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए मिट्टी और पत्ते के निरीक्षण के लिए प्रयोगशालाएं, कीटनाशकों का सर्वेक्षण, ग्रीन हाउस, पाली हाउस, सिंचाई, पौधशालाएं आदि जैसी सुविधाओं को बढ़ाना।
- फसल के बाद मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाना।
- निर्यात के लिए उच्च किस्म की बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़ाना।
- विपणन और निर्यात के लिए मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाना।
- उच्च किस्म के प्रसंस्करण उत्पादों का उत्पादन बढ़ाना।
- योग्यता बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी के जरिए सुदृढ़ आधार तैयार करना।
राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत प्रतियोगी बागवानी फसलों पर अधिक जोर देने के साथ प्रौद्योगिकी के प्रति भी दृष्टिकोण बदलने पर बल दिया गया है।